समूह और समाहार में अंतर| Samuh Aur Samahar Me Antar
समूह और समाहार में अंतर | Samuh Aur Samahar Me Antar- Dear Students ! I’m describing here in dear children dwigu samas mein samahar aur samuh ka antar kya hai – Hindi Grammar. What difference between samuh and samahar.समूह और समाहार में अंतर | Samuh Aur Samahar Me Antar.
प्राय: विद्यार्थी यह पूछते हैं कि – द्विगु समास में समाहार और समूह में क्या अंतर है|
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समूह :-
अर्थ – झुंड (जैसे—पक्षियों का समूह), जमघट, समुदाय (जैसे—जन समूह, लड़कों का समूह)
समास में जब दो या दो से अधिक पद (शब्द) अपनी-अपनी प्रधानता अलग अलग प्रदर्शित करते हैं वहां समूह होता है|
जैसे –
- चौराहा – चार राहों का समूह
(यहाँ पर चारो राहों की अपनी अलग -अलग प्रधानता है|
- सप्ताह – सात दिनों का समूह
(यहाँ पर सातों दिनों की अपनी अलग -अलग प्रधानता है|)
- बारहमासा – बारह मासों का समूह|
(यहाँ पर बारह मासों की अपनी अलग -अलग प्रधानता है|)
समाहार =
अर्थ – बहुत सी चीज को एक जगह इकट्ठा करना। ,संग्रह , ढेर, राशि, मिलन, मिलाप|
समास में जब तमाम पद (शब्द) अपने अर्थ का बोध कराने के लिए साथ-साथ होकर एक समूह बनाते हैं वहां समाहार होता है|
जैसे –
- त्रिलोक – तीन लोकों का समाहार|
(यहाँ पर तीनो लोक अपना समूह बनाने के लिए साथ साथ हैं|)
- नवरत्न – नव रत्नों का समाहार|
(यहाँ पर नव रत्न अपना समूह बनाने के लिए साथ- साथ हैं|)
- त्रिवेणी – तीन वेणियों का समाहार |
(यहाँ पर तीनों नदी अपना समूह बनाने के लिए साथ- साथ हैं|)
- अष्टाध्यायी- आठ अध्यायों का समाहार|
(यहाँ पर आठ अध्याय अपना समूह बनाने के लिए साथ- साथ हैं|)