Up School opening today news – Nursery to 8th सोमवार से खुलेंगे स्कूल चलेंगी क्लासेज
UP Board School Open News- (11-12 February 2022) -उत्तर प्रदेश में अब विद्यार्थियों को भौतिक रूप से कक्षाओं में पढ़ने आना होगा। आनलाइन कक्षाएं नहीं चलेंगी। 7 फरवरी को कक्षा नौ से इंटरमीडिएट तक के सभी स्कूल और विश्वविद्यालय व डिग्री कालेजों में भौतिक रूप से कक्षाएं शुरू कर दी गईं थी। कोरोना संक्रमण में लगातार आ रही कमी को देखते हुए यह फैसला किया गया है। अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश कुमार अवस्थी की ओर से यह निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
सोमवार 14 फरवरी से खुलेंगे नर्सरी से कक्षा आठ तक के स्कूल
Up School opening news – तीसरी लहर के कम होते जा रहे प्रभाव के साथ ही स्कूलों को खोलने पर फैसला शुक्रवार को हो गया।सरकारी व प्राइवेट सभी स्कूल सोमवार 14 फरवरी से नर्सरी से लेकर कक्षा 8 तक खुल जाएंगे। स्कूलों में नर्सरी से कक्षा आठ तक की क्लास फिर आफलाइन माध्यम से चलेगी। शासन के इस फैसले का स्कूल के संचालकों और अभिभावक संघ ने स्वागत किया है।
कोविड प्रोटोकाल का सख्ती के साथ पालन होगा-
कोरोना संक्रमण की दरों में प्रभावी रूप से कमी होने के दृष्टिगत कतिपय छूट प्रदान किये जाने के संबंध में।अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव, उत्तर प्रदेश शासन द्वारा पत्र प्रेषित किया गया है उसमें निम्नांकित उल्लेख हुए –
(1) समस्त जिम खुले रहेंगे एवं स्वीमिंग पूल / वाटर पार्क पूर्व की भांति बन्द रहेंगे। (2) रेस्टोरेन्ट / होटल के रेस्टोरेंट / फूड ज्वाइण्ट्स एवं सिनेमा हाल अपनी क्षमता के साथ संचालित होंगे। इनमें भी कोविड हेल्प डेस्क स्थापित कर स्क्रीनिंग की व्यवस्था एवं मास्क का प्रयोग सुनिश्चित कराया जाये।
(2) नर्सरी/ कक्षा-1 से लेकर समस्त शैक्षणिक संस्थान कोरोना गाइडलाइन्स यथा-मास्क की अनिवार्यता एवं कोविड हेल्प डेस्क की स्थापना तथा समय-समय पर निर्गत अन्य निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराते हुए दिनांक 14022022 से अग्रिम आदेशों तक खुले रहेंगे।
(3) समस्त सरकारी कार्यालय / निजी कार्यालय पूरी उपस्थिति के साथ कार्य करेंगे एवं कार्यालय में कोविड हेल्प डेस्क अनिवार्य रूप से स्थापित किये जाये|
इनका करना है पालन –
प्रोटोकाल का पालन कर कक्षाएं संचालित की जाएंगी।
- कक्षाओं की क्षमता के अनुसार 50 प्रतिशत विद्यार्थियों को बैठाया जाएगा।
- मास्क अनिवार्य रूप से सभी विद्यार्थियों, शिक्षकों व कर्मचारियों को लगाना होगा।
- स्कूल के मुख्य द्वार पर हेल्प डेस्क बनाई जाएगी।
- यहां इंफ्रा रेड थर्मामीटर, पल्स आक्सीमीटर इत्यादि की मदद से कोरोना के लक्षण वाले लोगों को चिन्हित किया जाएगा।